निजी स्कूलों में डमी एडमिशन का खेल, शिक्षा विभाग और सी बी एस ई (CBSE ) बोर्ड बने अनजान
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Dummy Admissions in Private Schools
यह पूरा खेल स्कूलों और कोचिंग संस्थानों की मिलीभक्त से चल रहा है
निरीक्षक टीमों के दावे सिर्फ दफ्तरों में ही होते हैं
ऊना , रोहित शर्मा: Dummy Admissions in Private Schools: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में सूत्रों की जानकारी से पता चला है कि निजी स्कूलों में डमी एडमिशन का मामला सामने आ रहा है। जानकारी के अनुसार, कई छात्र स्कूलों में नाम तो दर्ज करवाते हैं, लेकिन नियमित रूप से कक्षाओं में उपस्थित नहीं होते। ये छात्र असल में निजी कोचिंग संस्थानों में पढ़ाई कर रहे हैं और बोर्ड की परीक्षाओं देने के लिए सिर्फ उपस्थित होते हैं ।
शिक्षा विभाग और सीबीएसई बोर्ड की अनजानगी पर भी सवाल उठ रहे हैं। कुछ अभिभावकों का कहना है कि अगर स्कूलों में डमी एडमिशन की जांच हो तो कई बड़े नाम इसमें फंस सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार, कुछ स्कूल सिर्फ दाखले और रिजल्ट के नाम पर छात्रों से पेरेंट्स से भारी भरकम फीस वसूल रहे हैं। जबकि बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह कोचिंग सेंटरों में हो रही है। शिक्षा विभाग ने अब तक इस पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं की है, जिससे ऐसे संस्थानों के हौसले और बढ़ रहे हैं।
जनता की मांग है कि शिक्षा विभाग और सी बी एस ई (CBSE) बोर्ड इस पूरे मामले की जांच करे और दोषी स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
जिले में निजी कोचिंग और ट्यूटोरियल सेंटरों की बढ़ती संख्या के बीच शिक्षा विभाग और प्रशासन के पास भी इस समय कोई स्पष्ट आंकड़ा नहीं है — न तो संचालित सेंटरों की सही गिनती है, न उन में नामांकित बच्चों की संख्या और न ही यह जानकारी कि वे सुरक्षा व शैक्षिक मानकों का पालन कर रहे हैं या नहीं। ऊना जिले में कोचिंग-सेक्टर की अनिवारीय वृद्धि और नियमन की खामियों को लेकर स्थानीय अभिभावक व सोशल ऐक्टिविस्ट चिंतित हैं।